DC inspected Murrah breeding farm

डीसी ने निर्माणाधीन आंचलिक पशु चिकित्सालय व मुर्राह प्रजनन फार्म का किया निरीक्षण

DC-UIna

DC inspected Murrah breeding farm

ऊना। उपायुक्त, ऊना राघव शर्मा ने पशुपालन विभाग के तहत निर्माणाधीन विकास कार्यों की निरीक्षण किया और विभागीय अधिकारियों को निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।  इस दौरान बरनोह में बन रहे आंचलिक पशु चिकित्सालय और मुर्राह प्रजनन फार्म का निरीक्षण करते हुए डीसी राघव शर्मा ने बताया कि पशुपालन विभाग की इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से कृषकों और पशुपालकों को घर द्वार पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने बताया कि देश में अब तक 8 स्थानों पर मुर्राह प्रजनन फार्म की सुविधा प्रदान की जा रही है और जिला ऊना देश का ऐसा नौवां स्थान है जहां पशुपालकों को यह सुविधा प्रदान की जाएगी। यह प्रदेश और जिला के लिए बड़े गर्व की बात हैं। उन्होंने बताया कि 5.06 करोड़ रुपये की राशि से तैयार किए जाने वाले मुर्राह प्रजनन फार्म की चारदीवारी का कार्य 1.36 करोड़ व्यय करके पूर्ण कर लिया गया है जबकि भवन निर्माण के लिए 2.84 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हो चुकी है। भवन निर्माण के लिए टैंडर का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने अधिकारियों को सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि निर्धारित समयावधि में निर्माण पूर्ण करके जनता को समर्पित किया जा सके। उन्होंने बताया कि जोनल पशु चिकित्सालय 4.93 करोड़ रुपये से बनेगा जिसमें से 1.18 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हो चुकी है और भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि आंचलिक पशु अस्पताल का निर्माण आगामी मार्च-अप्रैल तक पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से जहां कृषकों और पशुपालकों को अपने पशुधन का उपचार करवाने की सुविधा मिलेगी वहीं जिला सहित पूरे प्रदेश को मुर्राह प्रजनन फार्म में कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा प्राप्त होगी।

    इस अवसर पर डीसी ने समूरकलां में गौशाला का निरीक्षण भी किया और संचालकों के साथ बातचीत करके उनकी समस्यों को जाना और निवारण के लिए प्रशासन के हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। वर्तमान में 57 गौवंश को आसरा दे रही पशुशाला की क्षमता को 100 से अधिक करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए संचालकों द्वारा अतिरिक्त भूमि और शैड का आवश्यकता की मांग पर डीसी ने शैड के निर्माण के लिए 15 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की। उन्होंने आश्वासन दिया कि अतिक्ति भूमि और चारदीवारी के लिए भी विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा करके आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।  इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा और पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक डॉ सुरेश धीमान उपस्थित रहे।

किसानों ने अपनी खाली पड़ी भूमि पर औषधीय पौधे लगाए तथा उन्होंने खेतों में काम करने की दिहाड़ी भी मनरेगा के माध्यम से दी गई। अधिकतर किसानों ने मनरेगा के तहत 100 दिन से अधिक कार्य दिवस अर्जित किए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ माह में ही अश्वगंधा की फसल तैयार हो गई है, जिसे आरसीएफसी जोगिंदरगर और स्थानीय उद्यमी रीवा सूद के माध्यम से बेचा जाएगा, जिससे किसानों को आय प्राप्त होगी। राघव शर्मा ने कहा कि अश्वगंधा के बीज, पत्तियां तथा जड़ का उपयोग आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में किया जाता है, जबकि सहजन के पौधे का भी औषधीय प्रयोग है। 

रेन शैल्टर, टॉयलेट ब्लॉक 30 तक पूरा करने के निर्देश 

उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने सोमवार को नंदपुर में वे-साइट एमिनिटी के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। यहां पर 38.57 लाख रुपए की लागत से वर्षाशालिका, शौचालय तथा एक दुकान का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही पार्किंग के लिए तैयार की जा रही भूमि पर पेवर ब्लॉक्स लगाए जाएंगे। उन्होंने इस निर्माण कार्य को 30 नवंबर से पहले पूरा करने के निर्देश दिए। 

डीसी ने खेत में जाकर देखी औषधीय पौधों की पैदावार

उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने आज ग्राम पंचायत बेहड़ जस्वां में जुलाई माह में संजीवनी परियोजना के तहत रोपे गए औषधीय पौधों का निरीक्षण किया। बेहड़ जस्वां में अढ़ाई हेक्टेयर भूमि पर मनरेगा के माध्यम से सहजन व अश्वगंधा के 72,700 पौधे रोपे गए हैं, जिससे 21 लाभार्थियों को लाभ मिला है। राघव शर्मा ने खेतों में जाकर पौधों की पैदावार देखी और संतोष व्यक्त किया।  जिलाधीश राघव शर्मा ने कहा कि मनरेगा के माध्यम से 14.50 लाख रुपए खर्च कर ग्राम पंचायत बेहड़ जस्वां में औषधीय पौधे लगाए गए हैं।